(1).भूतिया तोते
रामु काका के पास एक तोता था, जो हर समय "रामु काका जिंदाबाद" बोलता रहता था। रामु काका उस तोते से बहुत प्यार करते थे। एक दिन, रामु काका की अचानक मौत हो गई। गांव वाले इसे एक साधारण मौत मान रहे थे, लेकिन तोता चुप हो गया। रात को अचानक तोता चिल्लाने लगा, "तुमने मुझे मारा! मैं तुम्हें नहीं छोड़ूंगा!"
रात को चार बहादुर, जिनमें से दो वैसे ही डरपोक थे, तोते को पकड़ने पहुंचे। जैसे ही उन्होंने पिंजरा खोला, तोता चिल्लाने लगा, "रामलाल ने मारा! रामलाल ने मारा!" रामलाल, जो वहीं खड़ा था, डर के मारे चीखते हुए भागा, "मैंने कुछ नहीं किया!"
(2). चींटियों का साम्राज्य
डॉ. चतुरलाल, एक महान वैज्ञानिक, चींटियों पर शोध कर रहे थे। उनका मानना था कि चींटियां सबसे समझदार जीव हैं। दिन-रात माइक्रोस्कोप के नीचे चींटियों को निहारते हुए उन्होंने उनकी भाषा समझने की कोशिश शुरू की। एक दिन उन्होंने एक चींटी से कहा, "तुम इतनी मेहनत क्यों करती हो?" तभी चींटी ने पलटकर उनकी ओर देखा और उनके दिमाग में आवाज गूंजी, "क्योंकि तुम नहीं करते!"
डॉ. चतुरलाल चौंक गए। "क्या! तुम मेरे दिमाग में बात कर रही हो?" चींटी बोली, "हां, और हम सब जानती हैं कि तुम हर दिन चिप्स खाकर यहां बैठते हो।"
चींटियों ने उनकी कुर्सी के पास एक बड़ा घेरा बना लिया और कहा, "हम तुम्हें अपनी सेना में शामिल करना चाहते हैं।" डॉ. चतुरलाल हंसने लगे, "मैं? चींटियों की सेना में?"
चींटियां गुस्से में बोलीं, "हां, तुम हमारे हथियार बनाओगे। अब हमारी बारी है दुनिया पर राज करने की।"
चींटियों ने उन्हें जबरदस्ती अपने बिल में खींच लिया। अब हर दिन डॉ. चतुरलाल, चींटियों के लिए मिनी टैंक और हेलिकॉप्टर बना रहे हैं। कभी-कभी वे कहते हैं, "कम से कम एक चिप्स का पैकेट तो दे दो!" और चींटियां जवाब देती हैं, "काम के बिना खाना नहीं मिलेगा!"